वीर बली हनुमान अरज मेरी सुन लीजे भजन(वीर बली हनुमान, अरज मेरी सुन लीजे - भजन)

हिंदू भक्ति संगीत की समृद्ध परंपरा में भजनों का विशेष स्थान है, जो भक्तों को ईश्वर से जुड़ने का गहन माध्यम प्रदान करते हैं।

इनमें से, "वीर बली हनुमान अरज मेरी सुन लीजे" भगवान हनुमान को समर्पित एक अत्यंत मार्मिक और आध्यात्मिक रूप से समृद्ध भजन है।

यह भजन अपने भावपूर्ण बोलों और मधुर धुन के साथ शक्ति, भक्ति और निस्वार्थ सेवा के प्रतीक हनुमान से एक भावपूर्ण निवेदन है।

भगवान हनुमान, जो भगवान राम के प्रति अपनी अटूट भक्ति के लिए जाने जाते हैं, हिंदू पौराणिक कथाओं में एक प्रिय पात्र हैं।

उनकी वीरता, निष्ठा और चमत्कारी कार्यों की कहानियाँ लाखों लोगों को प्रेरित करती हैं। हनुमान भजन गाना या सुनना भक्तों के बीच एक आम प्रथा है, ऐसा माना जाता है कि इससे उनका आशीर्वाद और सुरक्षा मिलती है।

"वीर बली हनुमान अरज मेरी सुन लीजे" इस सार को प्रस्तुत करता है, तथा शक्तिशाली हनुमान से भक्त की प्रार्थना को व्यक्त करता है।

भजन के बोल गहरे आध्यात्मिक महत्व से भरे हैं, जो हनुमान भक्तों की मूल मान्यताओं और भावनाओं को समेटे हुए हैं। यह संकट के समय हनुमान के हस्तक्षेप, जीवन की चुनौतियों में उनके मार्गदर्शन और शक्ति और साहस के लिए उनके आशीर्वाद की प्रार्थना है।

"अरज मेरी सुन लीजे" (मेरी विनती सुनो) का बार-बार किया जाने वाला और भावपूर्ण जाप, हनुमान की दिव्य शक्ति के प्रति भक्त के विश्वास और समर्पण को दर्शाता है।

चाहे मंदिरों में गाया जाए, त्यौहारों के दौरान, या किसी के घर की शांति में, यह भजन एक शक्तिशाली आध्यात्मिक माहौल बनाता है, तथा वातावरण को भक्ति और श्रद्धा से भर देता है।

वीर बली हनुमान, अर्ज मेरी सुन लीजे - भजन

वीर बलि हनुमान्,
अरज मेरी सुन लीजे,
अंजनी माँ के लाल,
अरज मेरी सुन लीजे,
सुन लीजे हाँ सुन लीजे,
सुन लीजे हाँ सुन लीजे,
वीर बलि हनुमान्,
अरज मेरी सुन लीजे ॥
हाथ जोड़ तेरे दर पर आओ,
हाथ जोड़ तेरे दर पर आओ,
करते तुमको प्रणाम,
अरज मेरी सुन लीजे,
वीर बलि हनुमान्,
अरज मेरी सुन लीजे ॥

सुनलो राम प्रभु के प्यारे,
सुनलो राम प्रभु के प्यारे,
कर दो हमारा काज,
अरज मेरी सुन लीजे,
वीर बलि हनुमान्,
अरज मेरी सुन लीजे ॥

शक्तिवान कोई तुम्हारा नहीं है,
शक्तिवान कोई तुम्हारा नहीं है,
सारा जहान,
अरज मेरी सुन लीजे,
वीर बलि हनुमान्,
अरज मेरी सुन लीजे ॥

शरण पड़े की लाज रखो तुम,
शरण पड़े की लाज रखो तुम,
हर लो कष्टतम,
अरज मेरी सुन लीजे,
वीर बलि हनुमान्,
अरज मेरी सुन लीजे ॥

वीर बलि हनुमान्,
अरज मेरी सुन लीजे,
अंजनी माँ के लाल,
अरज मेरी सुन लीजे,
सुन लीजे हाँ सुन लीजे,
सुन लीजे हाँ सुन लीजे,
वीर बलि हनुमान्,
अरज मेरी सुन लीजे ॥

वीर बली हनुमान अरज मेरी सुन लीजे भजन अंग्रेजी में

वीर बली हनुमान,
अरे मेरी सुन लिजे,
अंजनी माँ के लाल,
अरे मेरी सुन लिजे,
सुन लिजे हान सुन लिजे,
सुन लिजे हान सुन लिजे,
वीर बली हनुमान,
अरज मेरी सुन लीजे ॥

हाथ जोड़ तेरे दर पर आये,
हाथ जोड़ तेरे दर पर आये,
कराटे तुमको प्रणाम,
अरे मेरी सुन लिजे,
वीर बली हनुमान,
अरज मेरी सुन लीजे ॥

सुनलो राम प्रभु के प्यारे,
सुनलो राम प्रभु के प्यारे,
करदो हमारा काज,
अरे मेरी सुन लिजे,
वीर बली हनुमान,
अरज मेरी सुन लीजे ॥

शक्तिबान तुम्हारा कोई नहीं है,
शक्तिबान तुम्हारा कोई नहीं है,
जनता सारा जहाँ,
अरे मेरी सुन लिजे,
वीर बली हनुमान,
अरज मेरी सुन लीजे ॥

शरण पड़े की लाज रखो तुम,
शरण पड़े की लाज रखो तुम,
हर लो कष्ट तमाम,
अरे मेरी सुन लिजे,

वीर बली हनुमान,
अरज मेरी सुन लीजे ॥

वीर बली हनुमान,
अरे मेरी सुन लिजे,
अंजनी माँ के लाल,
अरे मेरी सुन लिजे,
सुन लिजे हान सुन लिजे,
सुन लिजे हान सुन लिजे,
वीर बली हनुमान,
अरज मेरी सुन लीजे ॥

निष्कर्ष

"वीर बली हनुमान अरज मेरी सुन लीजे" एक भजन मात्र नहीं है; यह भक्तों के सांसारिक संघर्षों और भगवान हनुमान की दिव्य कृपा के बीच एक सेतु है।

अपने भावपूर्ण बोलों और मधुर धुन के माध्यम से, यह दयालु हनुमान के समक्ष अपनी गहरी इच्छाओं, आशंकाओं और आशाओं को व्यक्त करने का एक माध्यम है। खुशी और दुख दोनों ही समय में, यह भजन आराम, शक्ति और दिव्य उपस्थिति की भावना प्रदान करता है।

इस भजन को गाने या सुनने से गहरा आध्यात्मिक जुड़ाव पैदा होता है, जो भक्तों को हनुमान के अटूट समर्थन और दिव्य हस्तक्षेप की याद दिलाता है। यह भक्ति संगीत के माध्यम से सांत्वना और शक्ति पाने की कालातीत परंपरा का प्रतीक है, एक ऐसी प्रथा जो अनगिनत जीवन को समृद्ध और उन्नत बनाती रहती है।

जब हम "अरज मेरी सुन लीजे" की मधुर प्रार्थना में डूब जाते हैं, तो हमें विश्वास की स्थायी शक्ति और हमारे जीवन में हनुमान की सुखदायी उपस्थिति का स्मरण हो आता है।

यह भजन न केवल हमारे आध्यात्मिक बंधन को मजबूत करता है, बल्कि हमें जीवन की चुनौतियों का नए साहस और दृढ़ संकल्प के साथ सामना करने के लिए प्रोत्साहित करता है, यह जानते हुए कि हनुमान हमेशा हमारी प्रार्थना सुनने और हमें आगे बढ़ने का मार्गदर्शन करने के लिए मौजूद हैं।

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