नरसिंह भगवान की आरती हिंदी और अंग्रेजी में

भगवान विष्णु के चौथे अवतार नरसिंह हिंदू पौराणिक कथाओं में एक अद्वितीय और शक्तिशाली देवता हैं। अपने आधे मनुष्य, आधे सिंह रूप के लिए जाने जाने वाले नरसिंह भगवान को भक्तों को बुराई से बचाने और धर्म को बहाल करने में उनकी भूमिका के लिए सम्मानित किया जाता है।

उनके प्रकट होने का उत्सव उत्साह के साथ मनाया जाता है, विशेष रूप से नरसिंह भगवान की आरती के माध्यम से, जो एक भक्ति भजन है जिसमें उनके दिव्य गुणों और वीरतापूर्ण कार्यों की प्रशंसा की जाती है।

यह आरती नरसिंह की अद्वितीय शक्ति, दैवीय उग्रता और असीम करुणा का सार प्रस्तुत करती है तथा उनके आशीर्वाद और संरक्षण का आह्वान करती है।

भक्तों का मानना ​​है कि भक्ति और ईमानदारी के साथ नरसिंह आरती गाने से भय दूर होता है, बाधाएं दूर होती हैं और बुराई पर अच्छाई की जीत सुनिश्चित होती है।

नरसिंह भगवान आरती हिंदी में

ॐ जय नरसिंह हरे,
प्रभु जय नरसिंह हरे ।
स्तंभ प्रोसेसर प्रभु प्रकटे,
स्तंभ प्रोसेसर प्रभु प्रकटे,
जनका ताप हरे ॥
ॐ जय नरसिंह हरे ॥

तुम हो दिन दयाला,
भक्तिन हितकारी,
प्रभु भक्तन हितकारी ।
अद्भुत रूप,
अद्भुत रूप,
प्रकटे भय हारी ॥
ॐ जय नरसिंह हरे ॥

सबके हृदय विदरण,
दुस्यु जियो मारी,
प्रभु दुष्य जियो मारी ।
दास जान अपनायो,
दास जान अपनायो,
जनपर कृपा करी ॥
ॐ जय नरसिंह हरे ॥

ब्रह्मा करत आरती,
माला पहिनावे,
प्रभु माला पहिनावे ।
शिवजी जय जय मॉडल,
पुष्पन बरसावे ॥
ॐ जय नरसिंह हरे ॥

नरसिंह भगवान की आरती अंग्रेजी में

ओम जय नरसिंह हरे,
प्रभु जय नरसिंह हरे ।
स्तम्भ फाड प्रभु प्रकटे,
स्तम्भ फाड प्रभु,
प्रकटे,जनका ताप हरे ॥
॥ ॥ॐ जय नरसिंह हरे ॥
तुम हो दिन दयाला,
भगतन हितकारी,
प्रभु भगतन हितकारी ।
अदभुत रूप बनकर,
अदभुत रूप बनकर,
प्रकटे भय हारी ॥

सबके हरे विदारण,
दुस्यु जियो मारी,
प्रभु दुस्यु जियो मारी ।
दास जान आपणो,
दास जान आपणो,
जनपर कृपा करी॥
॥ ॥ॐ जय नरसिंह हरे ॥

ब्रह्मा करात आरती,
माला पाहिनावे,
प्रभु माला पहिनावे ।
शिवजी जय जय खेकर,
पुष्पन बरसावे ॥
॥ ॥ॐ जय नरसिंह हरे ॥

निष्कर्ष

नरसिंह भगवान की आरती भगवान की सर्वव्यापकता और अपने भक्तों की सहायता के लिए तत्परता की शक्तिशाली याद दिलाती है।

इस आरती का पाठ करके, भक्त नरसिंह की दिव्य ऊर्जा से जुड़ते हैं तथा अपने जीवन में उनकी सुरक्षा और मार्गदर्शन की कामना करते हैं।

यह पवित्र भजन न केवल नरसिंह के चमत्कारी कार्यों का महिमामंडन करता है, बल्कि श्रद्धालुओं में साहस और आशा की भावना भी पैदा करता है।

उत्साहपूर्ण मंत्रोच्चार और स्तुति एक आध्यात्मिक माहौल का निर्माण करते हैं जो उत्थानकारी और सशक्त करने वाला होता है, तथा इस विश्वास की पुष्टि करता है कि नरसिंह भगवान के आशीर्वाद से किसी भी प्रतिकूलता पर विजय प्राप्त की जा सकती है।

इस आरती की भावना को अपनाकर भक्तों को शांति और शक्ति मिलती है, तथा दिव्य रक्षक में उनकी आस्था मजबूत होती है।

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