"मेहंदीपुर का यह बजरंग बाला बड़ा" एक भक्ति भजन है जो भगवान हनुमान के भक्तों के साथ गहराई से प्रतिध्वनित होता है। भारत के आध्यात्मिक हृदय में स्थित, मेहंदीपुर बालाजी मंदिर एक पवित्र तीर्थ स्थल है जहाँ असंख्य भक्त आशीर्वाद और चमत्कार पाने के लिए आते हैं।
भगवान हनुमान (जिन्हें बजरंग बली के नाम से भी जाना जाता है) को समर्पित यह मंदिर अपने शक्तिशाली आध्यात्मिक वातावरण और इसके साथ जुड़ी दैवीय हस्तक्षेप की कई कहानियों के लिए प्रसिद्ध है।
भजन "मेहंदीपुर का ये बजरंग बाला बाड़ा" इस पवित्र स्थान और इसके अनुयायियों की भक्ति का सार प्रस्तुत करता है। इसके बोल और धुन भगवान हनुमान के प्रति श्रद्धा, आस्था और गहरे आध्यात्मिक संबंध की भावना को जागृत करते हैं।
इस गीत की लोकप्रियता सिर्फ इसकी मधुरता के कारण ही नहीं है, बल्कि इसलिए भी है क्योंकि यह शक्तिशाली आध्यात्मिक अनुभवों और शांति की गहन अनुभूति को व्यक्त करता है, जिसे भक्तजन अक्सर मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में महसूस करते हैं।
मेहंदीपुर का ये बजरंग बाला बड़ा - भजन
इसके दर से ना कोई भी खाली गया,
जो आया मुरादां मिला है उसे,
इसके दर से ना कोई सवाल किया गया,
मेहंदीपुर का ये बजरंग बाला बड़ा ॥
विपदाओं के बादल को दूर करे,
घाटा के पर्वतों पर चमत्कार कर,
भक्तों के संकटों को दूर किया गया,
इसके दर से ना कोई भी खाली गया,
मेहंदीपुर का ये बजरंग बाला बड़ा ॥
तेरी मूरत सजीली वो पाषाण सी,
ममता भरी है रे भगवान की,
तू तो खुद बना भक्त श्री राम का,
राम राम रता देता तली गया,
इसके दर से ना कोई भी खाली गया,
मेहंदीपुर का ये बजरंग बाला बड़ा ॥
तेरे द्वारे पे भक्तों की भरमार है,
बैठे ले के तू प्रेतों का दरबार है,
कोई झूमे इधर कोई झूमे उधर,
तेरे सोते का वार ना खाली गया,
इसके दर से ना कोई भी खाली गया,
मेहंदीपुर का ये बजरंग बाला बड़ा ॥
श्री बालाजी महाराज ने श्रीफल का भोग लगाया,
तेरी ज्योति जगाने को ओ बालाजी,
तेरी पूजा रचाने को बजरंगबली,
घृत और सिंदूर की थाली लाया,
इसके दर से ना कोई भी खाली गया,
मेहंदीपुर का ये बजरंग बाला बड़ा ॥
मेहंदीपुर तो प्रभु वो ही जाएगा,
जो भी सेवा में तेरी भजन गाएंगे,
मैं तो पूजा ना जानू ना जप तप तेरा,
मेरी बगिया का तू बन माली भया,
इसके दर से ना कोई भी खाली गया,
मेहंदीपुर का ये बजरंग बाला बड़ा ॥
मेहंदीपुर का ये बजरंग बाला बड़ा,
इसके दर से ना कोई भी खाली गया,
जो आया मुरादां मिला है उसे,
इसके दर से ना कोई सवाल किया गया,
मेहंदीपुर का ये बजरंग बाला बड़ा ॥
मेहंदीपुर का ये बजरंग बाला बड़ा भजन
इसके दर से ना कोई भी खाली गया,
जो आया मुरादेन मिली है उसे,
इसको डर से ना कोई सवाल गया,
मेहंदीपुर का ये बजरंग बाला बड़ा ॥
विपदाओं के बादल को दूर करे,
घटा के पर्वतों पे चमत्कार कर,
भक्तों के संकटों को निकाल दिया गया,
इसके दर से ना कोई भी खाली गया,
मेहंदीपुर का ये बजरंग बाला बड़ा ॥
तेरी मूरत साजिली वो पाषाण सी,
जिसमें ममता भरी है रे भगवान की,
तू तो खुद बना भक्त श्री राम का,
राम राम रता देता ताली गया,
इसके दर से ना कोई भी खाली गया,
मेहंदीपुर का ये बजरंग बाला बड़ा ॥
तेरे दरवाजे पे भक्तों की भरमार है,
बैठा ले के तू प्रेतों का डराबार है,
कोई झूमे इधर कोई झूमे उधर,
तेरे सोते का वार ना खाली गया,
इसके दर से ना कोई भी खाली गया,
मेहंदीपुर का ये बजरंग बाला बड़ा ॥
श्री बालाजी को लाया श्रीफल का भोग,
तेरी ज्योति जगाने को ओ बालाजी,
तेरी पूजा रचने को बजरंगबली,
घृत और सिन्दूर की थाली लाया,
इसके दर से ना कोई भी खाली गया,
मेहंदीपुर का ये बजरंग बाला बड़ा ॥
मेहंदीपुर तो प्रभु वो ही जा पायेंगे,
जो भी सेवा में तेरी भजन गाएंगे,
मैं तो पूजा ना जानू ना जप तप तेरा,
मेरी बगिया का तू बन माली भया,
इसके दर से ना कोई भी खाली गया,
मेहंदीपुर का ये बजरंग बाला बड़ा ॥
मेहंदीपुर का ये बजरंग बाला बड़ा,
इसके दर से ना कोई भी खाली गया,
जो आया मुरादेन मिली है उसे,
इसको डर से ना कोई सवाल गया,
मेहंदीपुर का ये बजरंग बाला बड़ा ॥
निष्कर्ष
"मेहंदीपुर का ये बजरंग बाला बड़ा" सिर्फ एक भजन नहीं है; यह एक आध्यात्मिक यात्रा है जो भक्तों को भगवान हनुमान की दिव्य शक्ति से जोड़ती है।
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर आस्था और उम्मीद की किरण के रूप में खड़ा है, जहाँ अनगिनत लोगों ने दैवीय हस्तक्षेप और चमत्कारी उपचार का अनुभव किया है। भजन इस पवित्र सार को समेटे हुए है, जो अपने श्रोताओं को सांत्वना, शक्ति और अटूट विश्वास प्रदान करता है।
लयबद्ध मंत्रों और हृदयस्पर्शी गीतों के माध्यम से भक्तों को बजरंग बली की सर्वव्यापी शक्ति और मेहंदीपुर की पवित्रता की याद दिलाई जाती है।
इस भजन की लोकप्रियता भारत में पनप रही सांस्कृतिक और आध्यात्मिक परंपराओं की गहराई को दर्शाती है। यह उन लाखों लोगों की अटूट आस्था और भक्ति का प्रमाण है जो ज़रूरत के समय भगवान हनुमान की ओर रुख करते हैं।
जिन लोगों ने अभी तक मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के आध्यात्मिक माहौल का अनुभव नहीं किया है, उनके लिए "मेहंदीपुर का ये बजरंग बाला बाड़ा" एक भावपूर्ण पूर्वावलोकन प्रस्तुत करता है कि आगे क्या होने वाला है। यह भजन एक ऐसा पुल है जो ईश्वर को सांसारिक से जोड़ता है, आध्यात्मिक शरण प्रदान करता है और अपार शक्ति का स्रोत है।
जब हम इस भक्ति गीत को सुनते हैं, तो हमें विश्वास की शक्ति और भगवान हनुमान की असीम कृपा की याद आती है, जो अपने भक्तों को प्रेरित करते हैं और उनके जीवन का उत्थान करते हैं।